शुक्रवार, 8 मार्च 2013

एक औरत (One Woman)


Kigali में, वह जागती है,
अपने विकल्प चुनती है,
Hanoi, Natal, Ramallah में.
Tangier में, वह सांस लेती है,
अपनी आवाज उठाती है,
Lahore, La Paz, Kampala में
जबकि वह आधी दुनिया ही है.
मुझमें कुछ है जो कहना चाहती हूँ  ...

हम एक औरत हैं,
जब तुम रोती हो, मैं सुनती हूँ तुम्हारी रूदन,
हम एक औरत हैं,
तुम्हें कष्ट होता है तो दिल दुखता है मेरा भी.
हम एक औरत हैं,
तुम्हारी आशाएं मेरी हैं.
हम अवश्य चमकेंगे .

Juarez में, वह सच बोलती है,
वह बाहर निकलती है,
तब दूसरों को सिखाती है इसे.
Jaipur में, वह अपने नाम बताती है,
बिना किसी लज्जा के रहती है.
Manila, Salta, Embu में,
जबकि हम भिन्न हैं जैसा हो सकता है,
फिर भी हम जुड़े हुए हैं, वह मेरे साथ है.

हम एक औरत हैं,
तुम्हारा साहस मुझे मजबूत रखता है.
हम एक औरत हैं,
तुम गाती हो, संग मैं भी गाती हूँ तुम्हारे,
हम एक औरत हैं,
तुम्हारे सपने हमारे अपने हैं.
और एक दिन हम अवश्य चमकेंगे,
हम अवश्य चमकेंगे.

और एक पुरुष, जो उसकी आवाज सुनता है.
और एक पुरुष है, जो उसकी लड़ाई लड़ता है.
दिन प्रतिदिन, वह त्याग रहा है पुराने तौर-तरीके,
एक जीवन में एक ही स्त्री.
जबकि वह आधी दुनिया ही है.
मुझमें कुछ है जो कहना चाहती हूँ  ...

हम एक औरत हैं,
तुम्हारी जीत सभी ऊँचाइयाँ देती है.
हम एक औरत हैं,
तुम्हारी सफलता मुझे सीधा-तन कर खड़ा रखती है
हम एक औरत हैं,
तुम्हारी दुनिया मेरी अपनी है
और एक दिन हम अवश्य चमकेंगे.
हम अवश्य ही जगमगायेंगे.
हम अवश्य ही प्रकाशित होंगे. 

(Courtesy – UN Women (http://song.unwomen.org/)

(Hindi Translation- Navnit Nirav)