गुरुवार, 17 जनवरी 2013

मेरा दोस्त एक रिश्ते की दहलीज तक पहुँचा



( आज मेरे दोस्त शशि भारत के शुभ-विवाह का निमंत्रण प्राप्त हुआ. शादी २८ जनवरी को धनबाद में है. इस विशेष मौके पर एक सन्देश नव युगल के लिए.... )

एक बात दिल तलक पहुँची,
मौसम बड़ा ही खुशगवार गुजरा,
वो गीली-सी ठंडी बयार का पैगाम,
मेरा दोस्त एक रिश्ते की दहलीज तक पहुँचा.

अब धूप गुलाबी होगी,
ख्वाब आसमानी होंगे,
बरसेगा झूमता- गुनगुनाता वो अब्र,
जो अब तलक कहीं न बरसा,
मेरा दोस्त एक रिश्ते की दहलीज तक पहुँचा.

फूलों के गुंचे, आमों के बौर,
अलसी की कलसी प्रेम-सराबोर,
टेसू और सरसों होकर भाव-विभोर,
करेंगे स्वागत सबका पलकें बिछा...
मेरा दोस्त एक रिश्ते की दहलीज तक पहुँचा.

-नवनीत नीरव-